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नवरात्रों में भूल कर भी न करें ये 9 काम

नवरात्रों में भूल कर भी न करें ये 9 काम 

नवरात्रे माँ दुर्गा की आराधना उपासना को समर्पित पर्व है इस दौरान नियमों के पालन पर खास ध्यान देना चाहिए। उन कार्यों और गतिविधियों से दूर रहना चाहिए जो मां दुर्गा को अप्रसन्न कर सकते हैं। मन, वचन और कर्म में पवित्रता को स्थान देना चाहिए। जानिए, ऐसे कार्यों के बारे में जो नवरात्र में नहीं करने चाहिए।शास्त्रों और पुराणों के अनुसार शारदीय नवरात्र अधिक महत्वपूर्ण है।



प्राचीन काल में नवसंवत्सर से आरंभ होने वाला नवरात्र ही अधिक प्रचलित था। लेकिन कलियुग में शारदीय नवरात्र का महत्व बढ़ गया है। शास्त्रों में नवरात्र को आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने का समय माना गया है। इसलिए नवरात्र के कई नियम हैं जिनका पालन व्रत करने वालों और जो व्रत नहीं करते हैं उन्हें भी करना चाहिए। 

1. शुद्धता और पवित्रता जरुरी 



नवरात्र शुद्धता से जुडा पर्व है, जिसमें नौ दिनों तक पूर्ण पवित्रता और सात्विकता बनाए रखते हुए देवी के नौ स्वरूपों की आराधना करने का विधान है। इसलिए नवरात्र के दिनों बहुत से श्रद्धालु कपडे धोने, शेविंग करने, बाल कटाने और पलंग या खाट पर सोने से बचते हैं।


2. तंबाकू से रखें परहेज 



नवरात्र में व्रत के समय बार-बार पानी पीने, दिन में सोने, तम्बाकू चबाने और स्त्री के साथ संबंध बनाने से भी व्रत खंडित हो जाता है। यानी नवरात्र में पति-पत्नी को साथ सोने से भी बचना चाहिए।


3. नहीं होता विवाह








नवरात्र के दिनों में विवाह का आयोजन भी नहीं होता है। इसका प्रमुख कारण यह है कि विवाह का उद्देश्य वंश वृद्घि यानी संतान की उत्पत्ति है। जबकि नवरात्र के दिनों में काम और स्त्री प्रसंग से दूर रहने का नियम है। यह भक्ति और आस्था में डूबने का समय होता है। विवाह संस्कार होने से मां की आराधना से व्यक्ति वंचित हो सकता है। 


4. रात्रि में पूजा









शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि नवरात्र के दिनों में रात्रि के समय देवी की पूजा अधिक फलदायी होती है क्योंकि देवी रात्रि स्वरुप हैं और भगवान शिव दिन के स्वरूप। इसलिए नवरात्र के दिनों में मन को एकाग्र करके देवी में ही लगाना चाहिए कि उन्य चीजों में।


5. ब्रह्मचर्य का पालन



नवरात्रों में लोग अनेक नियमों का भी पालन करते हैं। ऐसा ही एक नियम है नवरात्रों के दौरान खुद को शारीरिक संबंध बनाने से दूर रखना है। जिस बिस्तर पर पति-पत्नी शारीरिक सम्बन्ध बनाते हैं उसी को छूकर देवी का आह्वान करना अशुद्ध माना जाता है। आप अशुद्ध मन से देवी मां की पूजा कर नहीं सकते इसलिए कम से कम उन नौ दिनों तक खुद पर नियंत्रण रखिए जिस दौरान स्वयं देवी मां हमारे घर पधारती हैं। 


6.उपवास के दौरान ना करें अपशब्दों का प्रयोग 


नवरात्र में किसी की निंदा, चुगली नहीं करनी चाहिए। किसी को अपशब्द नहीं कहने चाहिए और किसी के साथ विवाद नहीं करना चाहिए। इससे शरीर की सात्विक शक्ति का नाश होता है। खासतौर से जो व्यक्ति नवरात्र के उपवास कर रहा है या मां दुर्गा का पूजन करता है, उसे ऐसे कार्यों से दूर रहना चाहिए।

7. खाने में न लगाए छौंक








संभव हो तो इस दौरान छौंक नहीं लगाना चाहिए। छौंक से भोजन का स्वाद भले ही बढ़ जाता है लेकिन उसका तन और मन पर नकारात्मक असर होता है। इस दौरान सात्विक भोजन करना चाहिए और वह भी भूख से कम करें।

8. मांस मदिरा से रखे परहेज 


नौ दिन प्याज, लहसुन आदि का पूर्णतः त्याग करना चाहिए। तेज और तीखे मसाले, मांसाहार, मदिरा आदि तामसिक प्रकृति के पदार्थ माने जाते हैं। इनसे सदैव दूर रहना चाहिए।



नवरात्रों में भूल कर भी न करें ये 9 काम नवरात्रों में भूल कर भी न करें ये 9 काम Reviewed by Ankita on शुक्रवार, सितंबर 30, 2016 Rating: 5
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