युवराज सिंह के प्रेरणादायक विचार हिंदी में
"प्रिंस ऑफ़ इंडियन क्रिकेट" युवराज सिंह ऐसे क्रिकेटर हैं जिन पर भारतीय क्रिकेट को हमेशा गर्व रहेगा। युवराज सिंह भारतीय क्रिकेट आल राउंडर में खेलते रहे हैं। युवराज ने 2007 में ICC वर्ल्ड टी20 में इंग्लैंड के खिलाफ स्टुअर्ट ब्रॉड को 6 गेंदों में 6 छक्के मारे थे हालाँकि यह पहले 3 बार हो चूका था पर कभी अंतराष्ट्रीय खेल में 2 टेस्ट क्रिकेट टीम के बिच नही हुआ था और साथ ही उसी मैच में उन्होंने सबसे तेज़ अर्ध शतक भी लगाया था। युवराज ने महज 12 गेंदों में अर्ध शतक बनाया था। युवराज 2011 के ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप के मैन ऑफ़ दी टूर्नामेंट भी रह चुके है और ICC वर्ल्ड टी20 के टॉप परफ़ॉर्मर भी रह चुके है, और उनकी बदौलत भारत ने इन दोनों कप (वर्ल्ड टी20 & क्रिकेट वर्ल्ड कप) को जीता है। 2011 में युवराज को बाँए फेफड़े में कैंसर का ट्यूमर हो गया तो वे कीमोथेरेपी (Chemotherapy) के लिये बोस्टन (Boston) और इंडिआनापलिस (Indianapolis) गये थे. मार्च 2012 में युवराज की 3 कीमोथेरेपी की साइकिल ख़त्म हुई और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली और फिर अप्रैल में वे वापिस भारत आए, फिर सितंबर में टी20 मैच में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ भारतीय अंतराष्ट्रीय क्रिकेट टीम में युवराज ने वापसी की तो आइये जाने इस कहानी को शब्दों से :-
सिक्सर किंग युवराज सिंह के प्रेरणादायक विचार हिंदी में (Inspirational Quotes of Sixer King Yuvraj Singh in Hindi)
युवराज सिंह के बारें में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
जन्मतिथि : 12 दिसंबर , 1981
जन्मस्थान : चंडीगढ़ (पंजाब )
पिता का नाम : योगराज सिंह
माता का नाम : शबनम सिंह
भाई : ज़ोरावर सिंह
पत्नी : हेज़ल कीच (गुरबसंत कौर )
विवाह तिथि : 30 नवंबर , 2016
Quotes :-
किसी भी रिश्ते की सबसे मजबूत नींव होती है भरोसा अगर यह टूट जाए तो रिश्ता टूटने में देर नहीं लगती , इसके अलावा बातचीत की कमी भी एक बड़ी वजह है।
मुझे " Bad Boy " मीडिया ने बनाया है। मैं करियर के शुरूआती दिनों में तीन साल के लिए रिलेशनशिप में रहा मैं ये नहीं कह रहा कि मैं एक संत हूँ मैं बस आप सबकी तरह हूँ। दुर्भाग्य से मैं जब भी किसी से मिलता हूँ इसे लिंक -अप कहा जाता है।
मैं फिल्मों का बहूत शौक़ीन हूँ और नियमित रूप से फिल्में देखता हूँ।
क्रिकेट ही मेरी ज़िन्दगी है। कैंसर से पहले मैं खुद को काफी भाग्यशाली समझता था मैं अपने करियर और भविष्य के बारे में सोचता था। पर अब मैं सिर्फ सांस लेने और खाने के बारें में सोचता हूँ मुझे अपनी ज़िन्दगी दोबारा पाकर बहूत ख़ुशी हुई।
कैंसर से लड़ना मेरी व्यक्तिगत लड़ाई है। यह सबसे मुश्किल विरोधी था जिसका मैंने अब तक सामना किया और मुझे लगता है मैंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया।
एक युवा देश के लिए खेलना और अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है परंतु फॉर्म में ना होना काफी झुंझलाहट और निराशा भरा होता है पर जब आप मौत के मुँह में होते हो तब जीवन का वास्तविक मूल्य समझ में आता है।
मैं प्यार में हूँ , और यह बहूत अच्छा एहसास है। जब आप किसी के लिए आकर्षण और प्यार महसूस करते हैं आप उस व्यक्ति के लिए कुछ करना चाहते हैं लेकिन सिर्फ प्यार एक रिश्ते के लिए पर्याप्त नहीं -समझ और संचार दो महत्वपूर्ण पहलू हैं।
केमोथेरापी के दौरान मुझे काफी दर्द और तकलीफ होती थी परंतु मैं खुद से कहता रहता था मुझमें कैंसर से लड़ने और ठीक होने के लिए पर्याप्त साहस और शक्ति है।
जो लोग मुझे नहीं जानते उन्हें कैसे पता होगा की मेरा स्वभाव कैसा है, वे मुझे सिर्फ खेल के मैदान या फिर विज्ञापनों में देखते है दरअसल मैं ऐसा नहीं हूँ मैं बहूत ही खुले विचारों वाला इंसान हूँ।
जब आप बल्लेबाज़ी करते हैं तो बहूत सी बातें आपके दिमाग में होती हैं जैसे ऐसा भी हो सकता है या नहीं हो सकता है परंतु सबसे अच्छी बात बल्लेबाज़ी करते समय सिर्फ अगली गेंद का इंतज़ार करें।
युवराज सिंह के प्रेरणादायक विचार हिंदी में
Reviewed by Ankita
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मंगलवार, दिसंबर 20, 2016
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